Saturday, June 5, 2010

सजनवा बैरी हो गए हमार

सजनवा बैरी हो गए हमार
सजनवा बैरी हो गए हमार

चिठिया हो तो हर कोई बांचे

चिठिया हो तो हर कोई बांचे

भाग ना बांचे कोए

करमवा बैरी हो गए हमार


जाये बसे परदेस सजनवा सौतन के भरमाये

जाये बसे परदेस सजनवा सौतन के भरमाये

ना सन्देश ना कोई खबरिया रुत आये रुत जाए

डूब गए हम बीच भंवर में

डूब गए हम बीच भंवर में

कर के सोला पार सजनवा बैरी हो गए हमार


सूनी सेज गोद मोरी सूनी मर्म ना जाने कोए

सूनी सेज गोद मोरी सूनी मर्म ना जाने कोए
छटपट तडपे प्रीत बिचारी ममता आंसू रोये

ना कोई इस पार हमारा

ना कोई इस पार हमारा ना कोई उस पार

सजनवा बैरी हो गए हमार

चिठिया हो तो हर कोई बांचे

भाग ना बांचे कोए

करमवा बैरी हो गए हमार

सजनवा बैरी हो गए हमार


Sajanwa bairi ho gaye hamar
Sajanwa bairi ho gaye hamar
Chhithiya ho to har koi banche
Chhithiya ho to har koi banche
Bhag na banche koye
Karamwa bairi ho gaye hamar

Jaye base pardes sajanwa souten ke bharmaye
Jaye base pardes sajanwa souten ke bharmaye
Na sandesh na koi khabariya rut aaye rut jaye
Doob gaye hum beech bhanwar mein
Doob gaye hum beech bhanwar mein
Kar ke solah par sajanwa bairi ho gaye hamar

Sooni sej god mori sooni maram na jane koye
Sooni sej god mori sooni maram na jane koye
Chat pat tadpe preet bichari mamta aansoo roye
Na koi is paar hamara
Na koi is paar hamara na koi us paar
Sajanwa bairi ho gaye hamar
Chhitiya ho to har koi banche
Bhag na banche koye
Karamwa bairi ho gaye hamar
Sajanwa bairi ho gaye hamar






Saturday, May 15, 2010

EK RADHA EK MEERA DONO NE SHYAM KO CHAHA

















एक
राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो
अंतर
क्या दोनों की चाह में बोलो

एक
प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी

एक
प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी

एक
राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा

अंतर
क्या दोनों की चाह में बोलो

एक
प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी


राधा
ने मधुबन में ढूंढा मीरा ने मन में पाया

राधा
जिसे खो बैठी वोह गोविन्द मीरा हाथ बिकाया

एक
मुरली एक पायल एक पगली एक घायल

अंतर
क्या दोनों की प्रीत में बोलो
अंतर क्या दोनों की प्रीत में बोलो
एक
सूरत लुभानी एक मूरत लुभानी

एक
सूरत लुभानी एक मूरत लुभानी

एक
प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी


मीरा
के प्रभु गिरिधर नागर राधा के मनमोहन

मीरा
के प्रभु गिरिधर नागर राधा के मनमोहन

राधा
नित श्रृंगार करे और मीरा बन गयी जोगन

एक
रानी एक दासी दोनों हरि प्रेम की प्यासी

अंतर
क्या दोनों की तृप्ति में बोलो

अंतर
क्या दोनों की तृप्ति में बोलो

एक
जीत न माने एक हार न माने

एक
जीत न माने एक हार न माने


एक
राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा

अंतर
क्या दोनों की चाह में बोलो

अंतर
क्या दोनों की चाह में बोलो

एक
प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी

एक
प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी

एक
प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी

EK RADHA EK MEERA DONO NE SHYAM KO CHAHA

ANTAR KYA DONO KI CHAH MEIN BOLO

ANTAR KYA DONO KI CHAH MEIN BOLO

EK PREM DEEWANI EK DARAS DEEWANI

EK PREM DEEWANI EK DARAS DEEWANI

EK RADHA EK MEERA DONO NE SHYAM KO CHAHA

ANTAR KYA DONO KI CHAH MEIN BOLO

EK PREM DEEWANI EK DARAS DEEWANI

RADHA NE MADHUBAN MEIN DHOONDA MEERA NE MAN MEIN PAYA

RADHA JISE KHO BAITHI WOH GOVIND MEERA HAATH BIKAYA

EK MURALI EK PAYAL EK PAGLI EK GHAYAL

ANTAR KYA DONO KI PREET MEIN BOLO

ANTAR KYA DONO KI PREET MEIN BOLO

EK SOORAT LUBHANI EK MURAT LUBHANI

EK SOORAT LUBHANI EK MURAT LUBHANI

EK PREM DEEWANI EK DARAS DEEWANI

MEERA KE PRABHU GIRIDHAR NAGAR RADHA KE MANMOHAN

MEERA KE PRABHU GIRIDHAR NAGAR RADHA KE MANMOHAN

RADHA NIT SHRINGAR KARE AUR MEERA BAN GAYEE JOGAN

EK RANI EK DAASI DONO HARI PREM KI PYASI

ANTAR KYA DONO KI TRIPTI MEIN BOLO

ANTAR KYA DONO KI TRIPTI MEIN BOLO

EK JEET NA MANE EK HAAR NA MANE

EK JEET NA MANE EK HAAR NA MANE

EK RADHA EK MEERA DONO NE SHYAM KO CHAHA

ANTAR KYA DONO KI CHAH MEIN BOLO

ANTAR KYA DONO KI CHAH MEIN BOLO

EK PREM DEEWANI EK DARAS DEEWANI

EK PREM DEEWANI EK DARAS DEEWANI

EK PREM DEEWANI EK DARAS DEEWANI

Wednesday, March 24, 2010

दिया और तूफ़ान


निर्बल से लड़ाई बलवान की
निर्बल से लड़ाई बलवान की
ये कहानी है दिए की और तूफ़ान की
ये कहानी है दिए की और तूफ़ान की
एक रात अंधियारी, थी दिशाएं कारी कारी
मंद मंद पवन था चल रहा
अंधियारे को मिटाने जग में ज्योत जगाने
एक छोटा सा दिया था कहीं जल रहा
अपनी धुन में मगन उसके तन में अगन
उसकी लौ में लगन भगवान् की
ये कहानी है दिए की और तूफ़ान की

कहीं दूर था तूफ़ान
कहीं दूर था तूफ़ान
दिए से था बलवान
सारे जग को मसलने मचल रहा
झाड़ हो या पहाड़ देयूं पल में उखाड़
सोच सोच के ज़मीन पे था उछल रहा
एक नन्हा सा दिया उसने हमला किया
एक नन्हा सा दिया उसने हमला किया
अब देखो लिला विधि के विधान की
ये कहानी है दिए की और तूफ़ान की

दुनिया ने साथ छोड़ा
ममता ने मुख मोड़ा
अब दिए पे ये दुःख बढ़ने लगा
पर हिम्मत न हार
मन में मरना विचार
अत्याचार की हवा से लड़ने लगा
सर उठाना या झुकाना
या भलाई में मर जाना
घड़ी आयी उसके भी इम्तिहान की
ये कहानी है दिए की और तूफ़ान की

फिर ऐसी घड़ी आयी
फिर ऐसी घड़ी आयी
घनघोर घटा छाई
अब दिए का भी दिल लगा कांपने
बढ़े जोर से तूफ़ान
आया भरता उड़ान
उस छोटे से दिए का बल मांपने
तब दिया दुखियारा वो बेचारा बेसहारा
चला दाव पे लगाने बाज़ी प्राण की
बाज़ी प्राण की, बाज़ी प्राण की, बाज़ी प्राण की,
चला दाव पे लगाने बाज़ी प्राण की
ये कहानी है दिए की और तूफ़ान की

लड़ते लड़ते वो थका
फिर भी भुझ न सका
उसकी सोच में था बल रे सच्चाई का
चाहे था वो कमज़ोर
पर टूटी नहीं डोर
उसने बीड़ा था उठाया रे भलाई का
हुआ नहीं वो निराश
चले जब तक सांस
उसे आश थी प्रभु के वरदान की
ये कहानी है दिए की और तूफ़ान की

सर पटक पटक
पथ झटक झटक
न हटा पाया दिए को अपनी आन से
वार बार बार कर
अंत में हार कर
तूफ़ान भगा रे मैदान से
अत्याचार से उभर
जली ज्योत अमर
कही अमर निशानी बलिदान की
ये कहानी है दिए की और तूफ़ान की
निर्बल से लड़ाई बलवान की
ये कहानी है दिए की और तूफ़ान की