Friday, February 20, 2009

USKO NAHIN DEKHA HUM NE KABHI

उसको नहीं देखा हम ने कभी

पर इसकी ज़रूरत क्या होगी

माँ, माँ तेरी सूरत से अलग

भगवान की सूरत क्या होगी , क्या होगी

उसको नहीं देखा हम ने कभी

इंसान तो क्या देवता भी

आँचल में पले तेरे

है स्वर्ग इसी दुनिया में

क़दमों के तले तेरे

ममता ही लुटाये जिसके नयन

ममता ही लुटाये जिसके नयन

ऐसी कोई मूरत क्या होगी

माँ, माँ तेरी सूरत से अलग

भगवान की सूरत क्या होगी , क्या होगी

उसको नहीं देखा हम ने कभी

क्यूँ धुप जलाये दुखो की

क्यूँ ग़म की घटा बरसे

येः हाथ दुआओं वाले

रहते हैं सदा सर पें

तू है तो अंधेरे पथ में हमें

तू है तो अंधेरे पथ में हमें

सूरज की ज़रूरत क्या होगी

माँ, माँ तेरी सूरत से अलग

भगवान की सूरत क्या होगी , क्या होगी

उसको नहीं देखा हम ने कभी

कहते हैं तेरी शान में जो

कोई ऊँचे बोल नहीं

भगवान के पास भी माता

तेरे प्यार का मोल नहीं

हम तो येही जाने तुझ से बड़ी

हम तो येही जाने तुझ से बड़ी

संसार की दौलत क्या होगी

माँ, माँ तेरी सूरत से अलग

भगवान की सूरत क्या होगी , क्या होगी

उसको नहीं देखा हम ने कभी

पर इसकी ज़रूरत क्या होगी

माँ, माँ तेरी सूरत से अलग

भगवान की सूरत क्या होगी , क्या होगी

उसको नहीं देखा हम ने कभी

USKO NAHIN DEKHA HUM NE KABHI
PAR ISKI ZAROORAT KYA HOGI
AYE MAA, AYE MAA TERI SOORAT SE ALAG
BHAGWAN KI SOORAT KYA HOGI , KYA HOGI
USKO NAHIN DEKHA HUM NE KABHI

INSAAN TO KYA DEVATA BHI
AANCHAL MEIN PALE TERE
HAI SWARG ISI DUNIYA MEIN
KADMON KE TALE TERE
MAMTA HI LUTAYE JISKE NAYAN O O O O
MAMTA HI LUTAYE JISKE NAYAN
AISI KOI MOORAT KYA HOGI
AYE MAA, AYE MAA TERI SOORAT SE ALAG
BHAGWAN KI SOORAT KYA HOGI , KYA HOGI
USKO NAHIN DEKHA HUM NE KABHI

KYUN DHOOP JALAYE DUKHO KI
KYUN GHAM KI GHATA BARSE
YEH HAATH DUAON WALE
REHTE HAIN SADA SAR PEH
TU HAI TO ANDHERE PATH MEIN HUMEIN O O O O
TU HAI TO ANDHERE PATH MEIN HUMEIN
SOORAJ KI ZAROORAT KYA HOGI
AYE MAA, AYE MAA TERI SOORAT SE ALAG
BHAGWAN KI SOORAT KYA HOGI , KYA HOGI
USKO NAHIN DEKHA HUM NE KABHI

KEHTE HAIN TERI SHAAN MEIN JO
KOI OONCHE BOL NAHIN
BHAGWAN KE PAAS BHI MATA
TERE PYAR KA MOL NAHIN
HUM TO YEHI JAANE TUJH SE BADI O O O O
HUM TO YEHI JAANE TUJH SE BADI
SANSAR KI DAULAT KYA HOGI
AYE MAA, AYE MAA TERI SOORAT SE ALAG
BHAGWAN KI SOORAT KYA HOGI , KYA HOGI

USKO NAHIN DEKHA HUM NE KABHI
PAR ISKI ZAROORAT KYA HOGI
AYE MAA, AYE MAA TERI SOORAT SE ALAG
BHAGWAN KI SOORAT KYA HOGI , KYA HOGI
USKO NAHIN DEKHA HUM NE KABHI







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