मौत कभी भी मिल सकती है
लेकिन जीवन कल न मिलेगा
मरनेवाले सोच समझ ले
फिर तुझ को येः पल न मिलेगा
रात भर का है मेहमान अँधेरा
किस के रोके रुका है सवेरा
रात भर का है मेहमान अँधेरा
किस के रोके रुका है सवेरा
रात भर का है मेहमान अँधेरा
रात जितनी भी संगीन होगी
सुबह उतनी ही रंगीन होगी
रात जितनी भी संगीन होगी
सुबह उतनी ही रंगीन होगी
ग़म न कर डर है बादल घनेरा
किसके रोके रुका है सवेरा
रात भर का है मेहमान अँधेरा
लब पेह शिकवा न ला अश्क पी ले
जिस तरह भी हो कुछ देर जी ले
लब पेह शिकवा न ला अश्क पी ले
जिस तरह भी हो कुछ देर जी ले
अब उखड़ने को है ग़म का डेरा
किसके रोके रुका है सवेरा
रात भर का है मेहमान अँधेरा
आ कोई मिल के तदबीर सोचे
सुख के सपनों की ताबीर सोचे
आ कोई मिल के तदबीर सोचे
सुख के सपनों की ताबीर सोचे
जो तेरा है वोही ग़म है मेरा
किसके रोके रुका है सवेरा
रात भर का है मेहमान अँधेरा
किसके रोके रुका है सवेरा